दिशाशूल और उसके परिहार
ॐ नमस्कार मित्रों, इस लेख में हम दिशाशूल और उसके परिहार के विषय में परिचय प्राप्त करेंगे | दिशाशूल वह दिशा है जिस तरफ यात्रा नहीं करनी चाहिये । हम सबने पढ़ा है कि दिशाएं 4 होती हैं | १) पूर्व , २) पश्चिम , ३) उत्तर , ४) दक्षिण परन्तु जब हम उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं तो ज्ञात होता है कि वास्तव में दिशाएँ दस होती हैं | १) पूर्व २) पश्चिम ३) उत्तर ४) दक्षिण ५) उत्तर - पूर्व ६) उत्तर - पश्चिम ७) दक्षिण – पूर्व ८) दक्षिण – पश्चिम ९) आकाश १०) पाताल हमारे सनातन धर्म के ग्रंथो में सदैव १० दिशाओं का ही वर्णन किया गया है । दिशाशूल वह दिशा है जिस तरफ यात्रा नहीं करनी चाहिए | हर दिन किसी एक दिशा की ओर दिशाशूल होता है | १) सोमवार और शुक्रवार को पूर्व २) रविवार और शुक्रवार को पश्चिम ३) मंगलवार और बुधवार को...